भारत की सेना में आये 5 रूसी राफेल विमान।
भारतीय वायुसेना की शक्ति में आज बढ़ोतरी हुई है। फ्रांस से उड़ान भरने के बाद पांच राफेल लड़ाकू विमान भारतीय जमीन में पहुंच गए हैं । हरियाणा के अंबाला एयरबेस मै बुधवार को रफेल्स को सफलतापूर्वक लैंड कराया गया, जहा उनका स्वागत बड़े ही एक अंदाज मै हुआ वाटर silute के साथ। इस समय वायुसेना के चीफ RKS Bhadoriya भी इनके स्वागत के लिए मौजूद थे। फ्रेंच से मिलने वाले समानो की पहली आयात है । रफेल्स ने मंगलवार को फ्रांस से इंडिया आने के लिए उड़ान भरी थी । उड़ान भरने के बाद ये UAE मै रुक गए और फिर वहा से उड़ान भरी और बुद्धवार को अम्बाला आये ।
राफेल आने के बाद क्या होगा?
आज दोपहर को राफेल विमान भारत पहुंचेंगे, जिसके बाद वायुसेना प्रमुख की उपस्थिति में उन्हें रिसीव किया जाएगा. हालांकि, ये वायुसेना में फाइनल इंडक्शन नहीं होगा, क्योंकि वो प्रक्रिया अगस्त के आखिर में की जाएगी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बतौर मेहमान उपस्थित रह सकते हैं।
यह विमान भारत की वायुसेना को बहुत मजबूती देगा और किसी भी युद्ध मे कारगर साबित होगा ।
मल्टी मोड रेडर से लेस है राफेल।
तकनीक में उन्नत यह विमान हवाई निगरानी, ग्राउंड सपोर्ट, इन डेप्थ स्ट्राइक, एंटी-शर्प स्ट्राइक और परमाणु अभियानों को अंजाम देने में दक्ष है। इसमें मल्टी मोड रडार लगे हैं। विमान कुछ ही देर में अंबाला एयरबेस पहुंच जायेंगे ।
हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता है राफेल विमान
राफेल विमान में ईंधन क्षमता 17 हजार किलोग्राम है। यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना की पहली पसंद है। इसे हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता।
राफेल की मारक क्षमता 3700 किलोमीटर तक है
स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किलोमीटर है। राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा और 3700 किलोमीटर तक मारक क्षमता ।
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